Description
‘‘मानव के मन-मस्तिष्क के रहस्यों में की गई रोचक यात्रा का मंत्रमुग्ध कर देने वाला वर्णन । न्यूरोसर्जन जेम्स डॉटी द्वारा लिखित साहस व करुणा की एक हृदयस्पर्शी आत्मकथा ।’’
— डेलियल गोलमैंन, पीएचडी, इमोशनल इंटैलिजैंस के लेखक
जब हम दिमाग़ और दिल दोनों की ही शक्ति का उपयोग करते हैं तो चमत्कार होते हैं । कैलिफ़ोर्निया के रेगिस्तान में पले-बढ़े जिम ग़रीब थे, उनके पिता पियक्कड़ थे और उनकी मां लंबे समय से अवसाद से ग्रस्त थीं । जिम के लिए जीवन एक बंद गली जैसा था, लेकिन एक दिन वे यूं ही एक मैजिक शॉप में चले गए जहां उन्हें रुथ नाम की एक महिला मिली जिसने उनके दुख-तक़लीफ़ दूर करने वाले और उनकी बड़ी-बड़ी इच्छाओं को पूरा करने वाले कुछ अभ्यास उन्हें सिखाए ।
जिम ने रुथ के अभ्यासों पर अमल किया और फिर एक प्रतिष्ठित न्यूरोसर्जन बने और इतनी धन-संपदा कमाई जितनी कि उन्होंने सपनों में भी कभी सोची नहीं थी । लेकिन, ऐसा भी हुआ कि वे रुथ के एक सबसे महत्वपूर्ण अभ्यास को उपेक्षित कर गए — अपने दिल को खोलने के अभ्यास को, उसे खुला रखने वाले अभ्यास को — और इसके परिणाम भयंकर हुए । वो तो एक बड़ी धर्मार्थ संस्था में किए गए दान ने उनको उबारा वरना तो वे बरबाद हो गए होते । थोड़ा विज्ञान, थोड़ी प्रेरणा और थोड़ा व्यावहारिक मार्गदर्शन वाली यह मैजिक शाॅप हमें बताती है कि अपने जीवन को बदलने के लिए हमें अपने हृदय को बदलना होगा ।
‘‘एक प्रभावपूर्ण, विशद वर्णन वाली, गहन आध्यात्मिक व रुचिकर अनूठी पुस्तक !’’
— डीन ऑर्निश, एमडी, द स्पैक्ट्रम के लेखक
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