Description
“उनका स्वयं का जागरण और निरंतर साधना प्रगाढ़ शांति, ज्ञान और समझ के रुप में प्रस्फुटित हुई है और यह पुस्तक उनके इन तीनों गुणों का प्रमाण है ।”
– सुमा वर्गीस, संपादक, ‘लाइफ पोसीटिव मेगेजिन’
कुंडलिनी शक्ति का जागरण होना अपैर इस जागरण के कारण ध्यान के दौरान होनेवाले असाधारण अनुभव ये सभी एक साधक के मन में अनगिनत सवाल खड़े करते हैं । अपने ज्ञान और अनुभवों के आधार पर संतोष सचदेवा कुंडलिनी मेडीटेशन प्रश्नोत्तरी – भाग २ में हमें इन प्रश्नो के उत्तर देती है । कुंडलिनी मेडीटेशन प्रश्नोत्तरी – भाग १ की भाँति इस पुस्तक से भी कुंडलिनी साहित्य को अनोखा और अभूतपूर्व योगदान मिला है । महाशक्ति कुंडलिनी की आंतरिक गतिविधियों को संतोष बड़े ही सहज रूप से समझाती है । उनकी निरंतर साधना प्रगाढ़ शांति, ज्ञान और समझ के रूप में प्रस्फुटित हुई है और यह पुस्तक उनके इन तीनों गुणों का प्रमाण है ।
इस पुस्तक में ऐसा कोई सवाल या ऐसा कोई अनुभव हो सकता है जिससे आप गुजरे हो । संभवत: उसका जवाब आपको इस पुस्तक में प्राप्त हो । इससे आपकी शंका का निवारण होगा और आप अपनी आध्यात्मिक राह में आगे बढ़ पायेंगें । कुंडलिनी मेडीटेशन प्रश्नोत्तरी – भाग २ में भी सभी प्रश्नों के उत्तर बड़ी स्पष्टता और अंर्तदृप्टि द्वारा दिये गए है ।
संतोष सचदेवा कुंडलिनी ट्रीलोजी की लेखिका है जिसमें ‘काँशस फ्लाडट इन टू द एम्पीरियन’, ‘कुंडलिनी डायरी’ और ‘कुंडलिनी अवेकनिंग’ का समावेश है । महाशक्ति कुंडलिनी के जागरण को दर्शाती इन अद्वितीय पुस्तकों से आध्यात्मिक साहित्य को इस गूढ़ ज्ञान का अप्रतिम योगदान मिला है ।
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