Description
“यह अच्छा है कि अपने गुरु के प्रति श्रद्धा अर्पण करने और उसके अंत समय में उसके साथ कुछ पल बिताने के लिए तुम सब आये हो। पर और भी अधिक अच्छा होता अगर तुम अपनी साधना जारी रखते।”
– भगवान बुद्ध द्वारा शिष्यों को दिया उपदेश
एक किंवदती के अनुसार, पुरातन नालंदा विद्यापिठ के एक प्रसिद्ध योगी व योगशिक्षक पद्मसंभव को विद्यापीठ पर विदेशी घुसपैठियों का विध्वंसक आक्रमण होने का आभास अंर्तज्ञान द्वारा पहले ही हो गया था। इसलिये अपने कुछ चुनिंदा शिष्यों के साथ वे तिब्बत जाकर बस गये। वहाँ पर उन्होने अपनी विद्या ऐसे शिष्यों को देना जारी रखा जिन्हें वे इसके पात्र लगे। इसमें मानव की सर्वोच्च क्षमता का ज्ञान प्रदान करनेवाली शन्तिशाली श्वसन क्रियाओं का समावेश था।
इन श्वसन क्रियाओं के ज्ञान को पुर्नप्राप्त कर सके ऐसे एक पाठ्यक्रम की रचना मुंबई के ‘ब्रम्हविद्या मिशन’ द्वारा की गई। इस अभ्यासक्रम के द्वारा व्यक्ति को अपने जीवन के सभी पहलूओं पर प्रभुत्व स्थापित करने का ज्ञान प्राप्त होता है। इस पुस्तक की लेखिका ने स्वयं अपनी साधना अपने गुरु के मार्गदर्शन में पूरी की। श्रद्धा और लगन से किया हुआ आठ आध्यात्मिक श्वसन क्रियाओं का अभ्यास एक अद्भुत व्यक्तित्व परिवर्तन के रुप में उभरकर आया।
‘आठ आध्यात्मिक श्वसन क्रियाएँ’ इस पुस्तक की रचना आध्यात्मिक मार्ग के साधकों के पथ दर्शन हेतु की गई है। ‘हम कौन है’ और ‘हमने यहाँ क्यों जन्म लिया है’ इस तथ्य का रहस्योद् घाटन करने में यह पुस्तक हमारी सहायता करेगी। यह पुस्तक एक ऐसे समय पर आई है जब हम अपने व्यक्तिगत और आध्यात्मिक विकास का उत्तरदायित्व उठाने के लिये तैयार हैं।
संतोष सचदेवा इन तीन पुस्तकों की लेखिका हैं; द कुंडलिनी ट्रिलोजी: काँशश फ्लाइट इन टु दि एम्पेरीयन, कुंडलिनी डायरी और कुंडलिनी अवेकनिंग। उनका लेखन सरल किंतु अलंकारिक शैली में है। वे अपना काफी समय आध्यात्मिक राह पर चलने उत्सुक साधकों के मार्गदर्शन में बिताती हैं। वे भारत में दक्षिण मुंबई में निवास करती हैं ।
यह आठ श्वसन क्रियाएँ आपकी सहायता करेंगी।
आपकी स्मरणशक्ति को तेज बनाये रखने में
आपकी सर्जनशीलता में वृद्धि
प्रगाढ़ शाँति की अनुभूति में वृद्धि
आपको निरोगी व शक्तिशाली बनाने में
आपकी आकांक्षाओं की सहजपूर्ति में
yogiimpression –
“The Eight Spiritual Breaths (TESB) is for me the ‘missing link’ which I have searched for all my life. Here in my hand, I at last held the key to my spiritual advancement in its totality. The breathing exercises instil the body with strength and the accompanying affirmations are empowering. The course is a gift that is ours for the taking.”
– Christina Qureshi, Australia
yogiimpression –
“I have been doing TESB for the last year and a half without missing a single day. Mentally… desire for material things has lessened, yet appreciation for what comes in life has increased. The biggest blessing is lessening of the ego as one becomes a witness to the blessings of the greater forces as awareness increases by the day.”
– Ami Desai, IT Professional, USA
yogiimpression –
“TESB have been not only my anchor but also the propulsion along the path of my life. The effects have ranged from an increase in physical health to an expanded understanding of an emotional, intellectual and spiritual nature… I feel that practicing the TESBs has been life changing for me. I feel thankful and blessed.”
– Amanda Knopp, Hatha Yoga Instructor, UK
yogiimpression –
“I have been practicing TESB for a couple of years. The big impact on my life is that I am much happier and stronger than I used to be. My chronic sinus has completely disappeared. The breaths have brought changes – some that are obvious and some very subtle. In short, the breaths have brought joy, clarity, and improved my health and my life.”
– Divya Talwar, Artist, USA