Description
न्यूयार्क टाइम्स की बैस्टसैलर पुस्तक ‘द पॉवर ऑफ़ नाउ’ के लेखक एक्हार्ट टॉल्ल की बहुप्रतीक्षित दूसरी पुस्तक।
एक्हार्ट टॉल्ल के संदेश का सार समझना एकदम सरल है। अगर हम अपने भीतर की शांति से संपर्क स्थापित कर लें तो हम अपने चंचल मन और भावनाओं के पार जा सकते हैं और अपने अंदर मौजूद शांति, संतोष, निर्मलता व प्रसन्नता की अथाह गहराई का अन्वेषण कर सकते हैं। उनकी पहली बैस्टसैलर पुस्तक ‘द पॉवर आफ़ नाउ‘ (हिंदी अनुवाद: शक्तिमान वर्तमान) के साथ उनका संदेश विश्व भर के लाखों लोगों तक पहुंच चुका है। यह उनकी बहुप्रतीक्षित दूसरी पुस्तक है। इसमें टॉल्ल ने अपने संदेश को इतने छोटे व सरल खंडों में प्रस्तुत किया है कि हर कोई उन्हें आसानी से समझ सकता है।
इस पुस्तक को दस अध्यायों में सहेजा गया है जिनमें ‘‘विचारग्रस्त मन के पार पंहुचना’’ से लेकर ‘‘दुख व दुख का अंत’’ जैसे विषयों को शामिल किया गया है। हरेक अध्याय यद्यपि अपने आपमें एक संक्षिप्त व परिपूर्ण प्रविष्टि है लेकिन पुस्तक को आदि से अंत तक पढ़े जाने पर वह अत्यंत रूपांतरकारी हो जाता है।
हमारे आज की आध्यात्मिक आवश्यकताओं को एक्र्हाट टॉल्ल भली-भांति समझते हैं। इसीलिए, वे सभी आध्यात्मिक विचार-धाराओं से सार-सत्य को ग्रहण करते हैं और फिर उन सत्यों को एक आश्चर्यजनक नए स्वरूप में प्रस्तुत कर देते हैं। उसी का परिणाम है यह पुस्तक जो कि अपने आप में प्राचीनकालीन को भी संजोए हुए है और समकालीन को भी, और इसीलिए यह समयोचित व सशक्त संदेशों का एक समुच्चय बन गई है। जो पाठक शब्दों का शांत चमत्कार देखना चाहते हैं उनके लिए यह पुस्तक उनमें एक जागरण पैदा कर देने वाली पुस्तक से कम नहीं है।
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